सभी महत्वपूर्ण सरकारी परीक्षाओं,बैंक पीओ परीक्षा और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में सिलोजिस्म के विषय से सवाल जरूर आते हैं। ये टॉपिक रीजनिंग के विषय के अंतर्गत आता है। कुछ सालों से इस टॉपिक से काफी सवाल आ रहे हैं,ऐसे में परीक्षा में अच्छा स्कोर करने की दृष्टि से ये काफी महत्व रखता है।
ताजा परीक्षा पैटर्न के मुताबिक हर परीक्षा में सिलोजिस्म से संबंधित कम से कम 4 से 5 सवाल आए हैं। चूंकि ये रीजनिंग के विषय का एक महत्वपूर्ण टॉपिक है,ऐसे में इसे कवर ना करना आपके लिए काफी घाटे का सौदा साबित हो सकता है।
इसलिए, छात्रों को एग्जाम में अच्छा स्कोर करने और इस टॉपिक के प्रश्नों को सॉल्व करने के लिए टिप्स और ट्रिक्स का ज्ञान होना चाहिए जो काफी मददगार साबित हो सकती हैं।
सिलोजिस्म के सवालों को आसानी से सॉल्व करने की टिप्स और ट्रिक्स को जानने से पहले छात्रों को ये मालूम होना चाहिए कि आखिर सिलोजिस्म से जुड़े सवाल किस तरह के होते हैं।
कैसे होते हैं सिलोजिस्म पर आधारित सवाल?
सिलोजिस्म के प्रश्न आमतौर पर पेपर के वर्बल रीजनिंग सेक्शन के अंतर्गत रखे जाते हैं और लगभग सभी प्रतियोगी परीक्षाओं जैसे एसबीआई एसओ, आईबीपीएस पीओ, एसबीआई क्लर्क, आईबीपीएस विशेषज्ञ अधिकारी, आईबीपीएस क्लर्क, एसबीआई पीओ, आईबीपीएस आरआरबी, कर्मचारी चयन आयोग (एसएससी) आदि में अक्सर इससे जुड़े सवाल आते हैं।
पहली बार में जब आप इन सवालों को देखेंगे तो ये सॉल्व करने में आपको आसान लग सकते हैं। इनमें दो या दो से ज्यादा कथन या स्टेटमेंट्स होते हैं।
कथनों के आधार पर परीक्षार्थियों को दिए गए निष्कर्षोंं की प्रामाणिकता का पता लगाना होता है कि वो सही है या गलत हैं। आसान भाषा में कहें तो उम्मीदवारों को दिए गए कथनों में से यह निष्कर्ष निकालना होता है कि कौनसा निष्कर्ष तार्किक रूप से समस्या के कथनों से मेल खाते हैं।
इस प्रकार, सिलोजिस्म को हल करने के लिए सबसे महत्वपूर्ण रणनीति 'समस्या में दी गई स्थितियों का उचित मूल्यांकन' के रूप में रहती है। सिलोजिस्म- आधारित प्रश्नों का पता लगाने में सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली विधि, वेन डायग्राम की सहायता से होती है।
सिलोजिस्म से जुड़े प्रश्न एवं वेन डायग्राम के अनुसार रीप्रजेंटेशन
सभी X,Y हैं: इस कथन का अर्थ है कि X के कुछ एलिमेंट्स Y के एलिमेंट्स में समाहित है मगर इसके उलट नहीं। इसका मतलब है कि X, Y का एक उपसमूह है, लेकिन Y, X का एक उपसमूह नहीं हो सकता है। इस स्थिति में जो वेन डायग्राम बनेगा उसमें एक X नाम का सर्कल होगा जो Y नाम के एक और सर्कल के अंदर होगा।
तार्कित रूप से X के सभी एलिमेंट्स सेट Y से संबंधित है। इसके उलट सेट Y के एलिमेंट्स भी सेट X से संबंधित है। हालांकि,सेट Y के सभी एलिमेंट्स X से संबंधित नहीं है।
X = Y: इस केस में निष्कर्ष पहले प्रकार के समान है यानी सभी ‘X,Y’ हैं। हालांकि, इस केस में ‘सभी X,Y हैं’ और ‘सभी Y, X हैं’ इसका मतलब है कि सेट X, Y का सब-सेट है और सेट Y भी सेट X का सब-सेट है।
यहां X, Y में समाहित है और इसलिए Y, X में निहित है। आसान शब्दों में कहें तो, X में Y के सभी एलिमेंट्स शामिल हैं वहीं सेट Y में भी X के सभी एलिमेंट्स शामिल हैं।
इस तरह के केस में वेन डायग्राम में एक सर्कल होता है जो दोनों X एवं Y का प्रतिनिधित्व करता है। सर्कल का क्षेत्र सेट X और Y के कॉमन एलिमेंट्स का प्रतिनिधित्व करता है।
कोई X,Y नहीं है: उपर दिए गए वाक्यांश से ही ये पता चल जाता है कि सेट Y में सेट X का कोई एलिमेंट नहीं है, इसलिए सेट X को Y के अंदर समाहित नहीं किया गया है। इसका मतलब है कि X और Y अलग अलग सेट्स हैं। इस केस में वेन डायग्राम में दो सर्कल होते हैं जो एक दूसरे को छूते या इंटरसेक्ट नहीं करते हैं।
इसलिए सेट X के सर्कल का कोई भी भाग सेट Y के सर्कल के अंदर मौजूद नहीं है, और इसी तरह, X में Y का कोई भी हिस्सा मौजूद नहीं है। डायग्राम में बस दो अलग-अलग सर्कल हैं जो किसी भी तरह से एक दूसरे को नहीं छूते हैं।
कुछ X,Y हैं: इस केस में X का कुछ Y में होता है यानी X,Y को इंटरसेक्ट करता है। ऐसे में कथन का कहना 'कुछ X,Y है' भी सही है। उपर वाले केस में दो सर्कल जो X और Y का प्रतिनिधित्व करते हैं दोनों के ही कुछ एरिया में इंटरसेक्ट कर रहे हैं।
यहां दोनों सर्कल के स्टैंडर्ड पोर्शन में बताया गया है कि X,Y में समाहित है। इसके उलट, अपरिवर्तित भाग या अनशेडेड पोर्शन अनिश्चित भाग है और यह इंगित नहीं करता है कि X, Y में समाहित है या नहीं।
कुछ X,Y नहीं है: इसका मतलब है कि X के सेट का कुछ भाग Y में समाहित नहीं है वहीं X का अन्य भाग अनिश्चित है भले ही फिर वो Y में समाहित हो या नहीं।
इसका वेन डायग्राम भी पिछले वाले केस के समान है। मगर इस केस में हम X के सर्कल वाले भाग पर ध्यान देंगे जो कि Y के सर्कल से इंटरसेक्ट नहीं हो रहा है और वो शेडेड या ढका हुआ है। वो भाग जो Y के सर्कल में शामिल नहीं है X का है जो उपर दिए गए केस के मुताबिक है जो कहता है कुछ X,Y नहीं है।
सिलोजिस्म सॉल्व करते वक्त ध्यान देने वाली बातें:
प्रश्न को ठीक ढंग से समझें:प्रश्न को अच्छी तरह से पढ़ें और प्रश्न को हल करने से पहले सभी की-वर्ड्स पर ध्यान दें।
की-वर्ड्स पर ध्यान दें: some, a few, all, at least, जैसे शब्दों पर बारीकी से ध्यान देने पर उम्मीदवार आसानी और तुरंत प्रवाह से प्रश्नों को हल कर सकते हैं।
वेन डायग्राम्स:वेन डायग्राम्स की मदद से प्रश्नों को हल करना उस प्रश्न के तर्क के बारे में एक बेहतर आइडिया देता है और स्पष्टीकरण को स्पष्ट और सरल बनाता है। वेन डायग्राम का उचित विश्लेषण आसानी से जरूरी उत्तर दे सकता है।कथनों का क्रम:वेन डायग्राम बनाते समय कथनो का क्रमानुसार होना जरूरी है। इससे वेन डायग्राम बनाने में आसानी रहती है।
पहले से ही आकलन ना करें: उम्मीदवारों को प्रश्न हल करते समय पहले से ही कोई आकलन नहीं करना चाहिए। उन्हें केवल उस डेटा के साथ आगे बढ़ना चाहिए जो प्रश्न में दिया गया है।
अपने उत्तर की एकबार दोबारा से जांच करें: उत्तर हल करने के बावजूद उम्मीदवारों को एकबार फिर से उसकी दोबारा जांच कर लेनी चाहिए और बाकी विकल्पों पर भी गौर करना चाहिए।
कुछ मूल नियम
नीचे दिए गए कुछ मूल नियम दिए गए हैं जो सिलोजिस्म आधारित समस्याओं को हल करने के लिए आवश्यक हैं:
All plus All will imply All.
All plus No will imply No.
All plus Some will imply No Conclusion.
Some plus All will imply Some.
Some plus No will imply Some Not.
Some plus Some will imply No Conclusion.
उपर हमनें अंग्रेजी में जो मूल नियम बताए हैं उनके आधार पर संभावित प्रश्न आ सकते हैं और उन्हें सॉल्व करने का मंत्र नीचे दिए गए हैं।
If All X are Y then Some Y are Not X is a Possibility.
If Some Y are Not X then All X are Y is a Possibility.
If Some X are Y then All X is Y is a Possibility and All Y are X is also a Possibility.
इन प्रश्नों को हल करने में सभी संभावनाओं (Possibility) को याद रखना काफी महत्वपूर्ण है। कभी-कभी एक समाधान केवल एक संभावना के अनुकूल हो सकता है और इसलिए भले ही ये आपको सही लगे मगर ये ये तार्किक रूप से गलत भी हो सकता है। उम्मीदवारों को किसी भी निश्चित निष्कर्ष निकालने से पहले कथनों में सभी संभावनाओं की तलाश करनी चाहिए।
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